कांग्रेस का शासन,महंगाई का दुशासन ! कांग्रेस को वोट देने की सजा !!



कांग्रेस का असली चेहरा बेनकाब  ,
गरीव की गर्दन पर कांग्रेस कहत ,
जनता से जुल्म और कंपनियों को फायदा
- अरविन्द सिसोदिया
विश्व बाजार में पिछली साल कच्चे तेल के भाव १४० डालर प्रति बैरल थे तब पेटोलियम पदार्थ के मूल्य बाजार आधारित नही किये , अब  जब की मात्र ७७/८० डालर हे तब भाव बडाना सिर्फ आम भारतीय के प्रति द्वेषता ही कहा  जायेगा, कांग्रेस को वोट देने की सजा यह देश भुगत रहा हे . यह मूल्यवृद्धि सिर्फ एक आम भारतीय को प्रभावित कर रही हे . जो समपन्न वर्ग हे उसे इस से कोई फर्क नही पड़ता .  .  
कांग्रेस का शासन ,महंगाई का दुशासन !
कांग्रेस का महंगाई ज्वालामुखी रोज रोज ही फटने लगा ...!
अघोषित  आर्थिक आपातकाल
मार ही डाला इस महंगाई   ने ,
ईस्ट इण्डिया कंपनी की तरह लूट .
भारत को सोमालिया बनाने की साजिस .
देश की जनता को गरीव करने का षड्यंत्र ,
अब दाल रोटी खाओ  प्रभु के गुण गाओ का जमाना गया . 
अब तो वह जमाना आया हे की .....,
जो कुछ बचा तो महंगाई मार गई महंगाई मार गई .. !
क्या आप जानते हें की भारत में करोडपति या इससे उपर कितने हें ? सिर्फ १ लाख २५ हजार ??
बांकी कुछ मध्यम वर्ग और लगभग ७५ प्रतिशत वे जो २ डालर  से कम प्रतिदिन पर गुजरा करते हें ...??  अब सोचिये की कांग्रेस के महंगाई तूफान में इनका क्या हाल होगा !
जब अटल बिहारी वाजपेई ने प्रधानमंत्री पद छोड़ा (२२मई  २००४ तक )तब के बाद प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह जी के कार्यकाल में पेट्रोलियम मूल्यवृद्धि --
- २००४ में पेट्रोल  ३३.७१  प्रति लीटर , अब २०१० में ५१.४३ प्रति लीटर ,मूल्यवृद्धि १७.७२ 
  २००४ में डीजल २१.७४ प्रति लीटर , अब २०१० में ४०.१० प्रति लीटर , मूल्यवृद्धि१८.३६ 
  २००४ में गैस २४१.६० प्रति सिलेंडर , अब २०१० में ३४५ .२५ प्रति सिलेंडर , मूल्यवृद्धि १०३.६५ 
 २००४ में कैरोसिन ९.०१ प्रति लीटर , अब २०१० में १२.०१ प्रति लीटर मूल्यवृद्धि ३.००  
- विशेषज्ञों का कहना हे क़ी जिन परिवारों का प्रतिमाह खर्च १२००० रु प्रति माह हे , उन पर यह बोझा १५०० रु प्रति माह पड़ेगा . एक दो पहिया वाहन, प्रति दिन १ लिटर पेट्रोल खर्च करता हे  तो १२५ रु अतिरिक्त खर्च प्रतिमाह होगा . दो बाईक हें तो दुगना . एक कार  पर प्रति दिन ५  लिटर पेट्रोल खर्च करता हे  तो  ५२५ रु अतिरिक्त खर्च प्रति माह आयेगा . एक माह में एक सिलेंडर खर्च हे तो ४० रु अतिरिक्त खर्च प्रति माह आयेगा .यदि दो सिलेंडर प्रति माह का खर्च हे तो 80 रु अतिरिक्त खर्च प्रति माह आयेगा .
पेट्रोल क़ी आस पास दर --
पाकिस्तान ३८.७४
बंगला देश ४८.०२
श्री लंका ४५.२३
नेपाल ४९.९८

कांग्रेस सरकार का यह फेसला उसके द्वारा मांगे गये वोटों के वक्त क़ी गई घोषणा के विरुद्ध हे, वे कहते हें क़ी उनका हाथ गरीव के साथ हे, मागार सच यह हे क़ी उनका हाथ गरीव क़ी गर्दन पर हे , उसकी साँस ही रोक दी  ,
सच यह हे क़ी यह सरकार ने धन्ना  सेठ कंपनियों को लाभ पहुचाने के लिए किया हे , सरकार पर पहले से भी अति विकसित देश दवाव ड़ाल रहे थे  कि  भारत अपनी सब्सिडी   कम करे , यह फैसला उसी दवाव कि एक कड़ी में हे .
आम जनता को इस निर्णय के कारण बहुत कठनाई उठानी पड़ेगी  , क्यों कि सारा आवागमन  वाहनों से होता हे , ट्रांसपोर्टरों ने मॉल भाडा १० प्रतिशत बड़ा दिया हे . खाद्यन्न  से लेकर सामान्य वस्तुओं तक का लाना और वितरण करना  इस मूल्य  से प्रभावित हुए हें . खाद्य पदार्थों की महंगाई से जूझ रही जनता को पुनहसे एक न्यू महंगाई  से जूझना मुस्किल होगा . यह एक किस्म कि लूट पाट   हे जिससे देशवाशी लूटे जा रहे हें .
- राधा कृष्ण मन्दिर रोड , डडवाडा  , कोटा ,राजस्थान .

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

हमें वीर केशव मिले आप जबसे : संघ गीत

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

कांग्रेस की हिन्दू विरोधी मानसिकता का प्रमाण

खींची राजवंश : गागरोण दुर्ग

भाजपा का संकल्प- मोदी की गारंटी 2024

अम्बे तू है जगदम्बे........!

रामसेतु (Ram - setu) 17.5 लाख वर्ष पूर्व

Ram Navami , Hindus major festival

वामपंथियों की अराजकता उत्पन्न करने की खतरनाक योजना का खुलासा करता चुनाव घोषणापत्र - अरविन्द सिसोदिया cpi(m) Manifesto